पंछी को किस बात का डर? जो खुले गगन में उड़ता जाए। पंख फैला मंडराता जाए। धरातल की सीमा से पड़े, असीमित नभ में ओझल हो जाए। पंछी को किस बात का डर? ©theunnamedpoet99 पंछी को किस बात का डर? जो खुले गगन में उड़ता जाए। पंख फैला मंडराता जाए। धरातल की सीमा से पड़े, असीमित नभ में ओझल हो जाए। पंछी को किस बात का डर? #swiftbird #Freedom #flyhigh #Trending #Nojoto #Hindi #literature #Love #Live #laugh