कितने किस्से, कितनी बातो को संभाल रखा है, उस शहर ने मेरी कितनी यादों को संभाल रखा है। कोशिश तो बहुत की पर सीख ना पाया जो, मेने आज भी grammer की किताबों को संभाल रखा है। वो कॉलेज की दुनिया, वो PG की मस्ती, नसीब न हुई, पैसे कमाकर भी कुछ अधूरे ख्वाबो को संभाल रखा है। जाते जाते वो तो तोड़ गयी सारी कसमे वफ़ा की, पर "राजे" ने आज भी, सारे वादों को संभाल रखा है। कितने किस्से, कितनी बातो को संभाल रखा है,,,,,,,,,,,, #lost#love#city#college #Star