लूटे हैं मजदूर बहुत, किसान ने कब जग हारी है चुनाव से पहले शहीद होते हैं जवान क्यों उन्हें तो बस कुर्सी प्यारी है बिजली निजी,बस निजी, रेल निजी बस दिखता मंत्री सरकारी है ये किसान है मेहनती बडा़ है जनहित में आंदोलन में खडा है साथ दो अगर अन्न खाते हो"राजेश" निजी होकर हर चीज का दाम बढा़ है ©राजेश कुमार बी.जी किसान आंदोलन #MerryChristmas