उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है, जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है, दिल टूटकर बिखरता है इस कदर, जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है! ―varshneyrudra ~~―rudrap Dear #उल्फत का #अक्सर यही दस्तूर होता है, जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है, #दिल #टूटकर बिखरता है इस #कदर, जैसे कोई कांच का #खिलौना चूर-चूर होता है! #varshneyrudra #rudrap #Dear #love