Dedicating a #testimonial to ❤ArUnIkA🍁
स्नेहिल धूप, स्नेहिल रूप
स्नेह सुधा *साडी*अरुणिका*,
कैसे भुला सकता है कोई,
स्नेहिल प्यार के उपहार को,
*ईश्वर* के इस स्नेहिल उपकार को,
तुम्हारा होना ही स्पंदन है अनुभूति का,
इस अनुभूति में दर्श है विभूति का, #yqquotes