पिता! तूने ही सँभाला है ख़ुशियाँ हम सबकी और बदली हुई दुनिया बख़्शी है हमें पलट दिया सोचने का अंदाज़ और पिता! बदलते वक़्त के आईने में भी तू ही रहे सबसे आला, सबसे उम्दा, ग़ैरमामूली, लाजवाब # पिता!तू याद के गलियारे का सबसे रौशन सितारा है