ग़म को ईनाम ए वफ़ा भी तो नहीं कह सकते हम मोहब्बत को ख़ता भी तो नहीं कह सकते यही कह देते हैं अब तुझसे बिछड़ कर खुश हैं और कुछ इसके सिवा भी तो नहीं कह सकते ! #you_me_aur_hum_tum