तू किसी और से न हारेगा । तुझको तेरा ग़ुरूर मारेगा ।। तुझको दस्तार जिसने बख़्शी है । तेरा सर भी वही उतारेगा ।। एक ज़रा इन्तिज़ार और करो । सब्र जीतेगा ज़ुल्म हारेगा ।। #Insaaf #Zulm_ka_khatma #Neki_ki_raah