ज़िंदगी हसीन है। फ़लसफ़ा ये प्यार का रूह गर ज़हीन है। प्यार में यकीन है। आशिक़ी ख़ुदा से गर प्यार के जहान में मौत नाज़नीन है। दिल तमाशबीन है। खुद सताइयां न कर चांद है निगाह में वो भी नामचीन है। पांव में ज़मीन है। तू है गर गुलाब तो सूरतें बड़ी भली वो भी जासमीन है। पर सीरत कमीन है। दिन जो हो उदास सा नफरतें सहेजना रात महजबीन है। कितना सारहीन है। है मशीन आदमी जिसकी रूह पाक हो आदमी मशीन है। वो ही तो कुलीन है। #ज़िंदगी हसीन है 😊