ये अंधेरा कितना रोशन सवेरा शरद की ये पहली शीतल हवा फज़ा में सिमटा रातरानी का बसेरा सोने से चमकते जुगनुओं का चेहरा कुदरत के दामन में पल रहा वक्त सुनहरा ये अंधेरा कितना रोशन सवेरा ©Meera Bawri roshan savera #bawrikibatiyan