भले तू दूर है मुझसे और मिलने का ऐसा कोई मोहरत भी नहीं अब तुझे प्यार करने के लिए मुझे तेरी ही जरूरत नहीं ऐसा नहीं है कि तेरी याद आती नही है मगर बीते हुए लम्हों की सौगात पलके भिगाती नही है। मेरे हाथों को अक्सर तेरी तलाश रहती है पर इस अकेले पन में भी रोज तुझसे मुलाकात होती है। मान लिया है शायद ये साथ मेरी किस्मत में नही। पर अब तुझे प्यार करने के लिए मुझे तेरी ही जरूरत नही। VISHAL RAHI ab tujhe pyar karne