सितारों से बातें करती हो जैसे, दास्तां अपनी मोहोबात की, तारों को सुनाती होगी, थोड़ा बदनाम तो रात चांद, को भी किया करती होगी, हैरत तो होती होगी चांद को भी, इतने इल्ज़ाम जब उसपर लगती होगी, फिरती होगी नज़रे चुराती हुई चांद से, ओझल हो जाया करती होगी, सुबह की पहली किरण के साथ.... रात ऐसी नज़र आती है, #रातकाअफ़साना #collab #yourquoteandmine #येरातजैसे #myquote #quote #mereshabdonkajahan #nikhil_kaushik Collaborating with YourQuote Didi