जा बसे पिया, पीपलवा की ओट रे, मोरा लागे करेजवा में चोट रे ना मैं माँगू कोई गीत रे, जग से रिझाई मैं करूँ, माँगू बस अपनी मीत रे हरजाई कहे ये सारे प्रीत रे, पिया छाड़ि गए मोहे यहीं जग की रीत रे... --YASHVARDHAN #जा_बसे_पिया 💞