सब कहते है तुम नहीं हाे! वाे झुठ कहते है मैं जब भी दर्पण देखती हूं मुझे तुम नजर आती हाे। सुप्रभात। प्रिय परिवारजनों को मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। सच तो यह है कि माँ का स्वरूप ही कवितामयी है। उस पर क्या कोई कविता लिखे। #प्यारीमम्मी #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi