तुम्हारे जुर्म देखकर अब धरती भी रो पड़ी। इंसान सब मर चुके , सिर्फ बाते बची है बड़ी बड़ी। अपनी खुशी के लिए वो पेर को है काटते । पेर है तो जीवन है ,शायद ये नही वो जानते। प्लास्टिक फेक समुन्द्र में वो जलीय जीवन को मारते। शायद लोग दानव हो गए , जो पहले इंसान थे। भविष्य के पीढी का सोचकर ,ऐ लोग ज़रा थम जाओ। धरती की मान रखकर , फिर से इंसान बन जाओ।। आओ फिर से इंसान बने