गर्द-ओ-ग़ुबार संग हवा बेलगाम है, तारीक रोज़-ओ- शब है, तो बदरंग शाम है! जश्न-ए-रिवाज पर भी उन्हें ऐतराज़ है! इस दौर-ए-नव में यानी मोहब्बत हराम है! گردو غبار سنگ ہوا بے لگام ہے تاریک روز شب ہے تو بدرنگ شام ہے جشنِ رواج پر بھی انہیں اعتراض ہے اس دورِ نو میں یعنی محبت حرام ہے #aliem #gard_o_ghubaar #jashn_e_riwaaj #deewali_special #daur_e_nav #achchhedin #cinemagraph #yqurduhindipoetry दौर-ए-नव : New era