बेताब़ ये दिल तुझे याद कर के मोहब्बत़ का मुआयना करता है, कि अब तो मेरा हर एक अफसाना तेरे चेहरे का आईना लगता है। -©रूहानियत अफसाने भी वहीं बनते हैं सारे जहाँ रोशन हैं तेरे सितारे Changing my Penname to #रूहानियत from today onwards.. #YQdidi #YQbaba