कोई बतलाए सही ऐसी भी क्या खा़मी है हिस्से आयी मिरी बस इश्क़ मे नाकामी है ना निभाई गयी कोई भी मुहब्बत हमसे फ़ायदा ख़ाक जो शायर ये हुआ नामी है ©Divu 2122 1122 1122 22 ✍️ #divu_poetry #Shayar