रोशनी से अँधेरा पराजित हुआ ! हमको ऐसा लगा तुम यहीं पास हो ! कौन कहता है तुमसे मुहब्बत नहीं ! दिल से पूछो जरा कितने तुम खास हो ! जिस तरफ देखता तुम ही तुम थे प्रिये ! फिर भी पलकों में तुमको सजा ना सके ! प्रश्न आसां था पर जाने क्या हो गया ! खूब कोशिश पे भी हल बता ना सके ! #NojotoQuote #love #rakeshnazuk