तुम देना साथ मेरा ....!! (अनुशीर्षक में ....) मुझे आश्चर्य हो रहा है कि भूमि के सबसे कठोरतम भाग अपने अंतस में खड़े होने के पश्चात भी ये कैसा प्रलय है जो मुझे लीलने को आतुर है! ये कैसा चक्रवात है जो मुझे घेर रहा !