सप्तस्वर की एक ध्वनि पर यह रुदन अनुनाद होगा हम भी तुमको याद होगें और स्वर भी याद होगा.. !! हमने जाना नहीं हमने समझा नहीं प्रेम परिधान का एक पर्याय है...?? शब्द कुछ और हैं भाव कुछ और हैं हम न समझे यहाँ कैसा अभिप्राय है धर्म पर रुति रही बात भी है सही यह विवशता विसंगति कहीं तो रही सत्य थे वो जो स्वर एक क्षण मौन थे