उडती पंछीयो की आवाज सुनकर आया हु घायल हु पर घाव गिनकर आया हु . . . लिखी हुयी किताब जलाकर खुद राख होकर आया हु नाराज हु खुद से कुछ पन्ने बचाकर लाया हु . . . वक्त के अंधेरे मे मेरा वजूद पिछे छोडकर आया नंगे पाव निकला हु अश्क बहाने आया हु . . . #काकडे #poor