#विवाह#बन्धनजन्मोंका
प्यार से सब उसे डॉली कहते थे पर थी सृष्टि की अद्भुत रचना बहुत प्यारी सी बिल्कुल डॉल जैसी ,जितनी चंचल और नटखट उतनी ही भोली ,सारे घर मे उधम मचाती लेकिन एक दम निडर ।
बचपन कब बीता और कब वो 21 बरस की हो गई पता ही नही
चला ।
अब घर मे उसके विवाह की चर्चा होने लगी सभी रिश्तेदार एक अच्छे लड़के तलाश में लग गए ।और एक दिन एक रिश्ता आया लड़का प्राइवेट कम्पनी में जॉब करता था ।3 भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा अच्छी खासी नोकरी थी और लड़का सीधे सरल स्वभाव का ।मगर उसकी माँ और पिताजी काफ़ी तेज़तर्रार ।लेकिन लड़के की खूबियाँ देखकर उसकी शादी उसी घर मे तय हो गई ।
डॉली विवाह के बाद ससुराल आ गई घर मे एकदम गाँव जैसा माहौल देख वह थोड़ा असहज महसूस करने लगी ।लेकिन पति के प्रेम के आगे वह सब कुछ भूल गई । #प्रेरक