आज मेरा चांद से झगड़ा हो गया उसे गुमान था खूबसूरती का अपने मेरे चांद को देखा तो, वो थोड़ा खफा हो गया.... कहता है कि कला बदल कर दाग छुपा लेता हूं, तेरा चांद खूबसूरत इतना, उससे नज़रे चुरा लेता हूं..... कहता है पर्दे में रखा कर चांद अपना लोग भ्रम में पड़ जाते है.... अरे ज़ुल्मी तेरा क्या जाता है, ये धरती, ये आकाश, ये सूरज..मुझे फीका बताते है... 5/365 #writingresolution #365days365quotes #ishaniquotes #रातकाअफ़साना #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi