हाँ तकलीफ हुई थी और शायद बहुत दर्द भी जब तुमने वादा किया कि आऊँगा मैं तेरे पास और फिर उस वादे पर, ना जाने कितनी धूल जमती गई परत दर परत मैं भी, कही खोती रही ।। बहुत कोशिश की थी, अपने आँसुओ को पलको के बाँध तले, छुपाने की , हर रात, वो बाँध टूटता था, और मेरे कन्धे उन आंसुओ मे, हर रात डूब जाते थे।। #dard #nojoto #nojotohindi