#इस_दिल_में_वो_आज_भी_रहते_हैं...
मेरे दिल का पता उन्हें जाकर बता दे कोई..
उनसे दूरियां तो मैं सह भी लो उनकी खामोशी में सहूँ कैसे ये बता दे कोई..
उन्हे भुलाना मुमकिन तो नहीं ऐ काश कि मेरी याददाश्त ही मिटा दे कोई..
उनकी नाराजगी में भी प्यार ढूँढता है ये दिल,हर बार टूट कर उनके नाम से जुड़ जाता है ये दिल,
इस दिल में तो वही रहते हैं फिर चुप रहकर वो खुद को तकलीफ़ देते हैं क्यों बता दे कोई..
मेरी रूह ना जाने क्यों उनसे मिलने को तड़पती है ये तड़प ना जीने देती है ना मरने देती है..यूँ घुट-घुट कर कब तक जिऐ