Nojoto: Largest Storytelling Platform

तमस की फैली काली छाया उजड़ा चमन उजाले का, कौन बताए

तमस की फैली काली छाया
उजड़ा चमन उजाले का,
कौन बताए भेद हमें अब
विष-अमृत के प्याले का।

त्याग दिए गांडीव पार्थ ने
गीता भूल चुके कृष्णा,
मरूभूमि में भटक रहे हम
दिखती केवल मृगतृष्णा।

©®सोमेश त्रिवेदी (पीयूष) #NojotoQuote तमस की फैली काली छाया
उजड़ा चमन उजाले का,
कौन बताए भेद हमें अब
विष-अमृत के प्याले का।

त्याग दिए गांडीव पार्थ ने
गीता भूल चुके कृष्णा,
मरूभूमि में भटक रहे हम
तमस की फैली काली छाया
उजड़ा चमन उजाले का,
कौन बताए भेद हमें अब
विष-अमृत के प्याले का।

त्याग दिए गांडीव पार्थ ने
गीता भूल चुके कृष्णा,
मरूभूमि में भटक रहे हम
दिखती केवल मृगतृष्णा।

©®सोमेश त्रिवेदी (पीयूष) #NojotoQuote तमस की फैली काली छाया
उजड़ा चमन उजाले का,
कौन बताए भेद हमें अब
विष-अमृत के प्याले का।

त्याग दिए गांडीव पार्थ ने
गीता भूल चुके कृष्णा,
मरूभूमि में भटक रहे हम

तमस की फैली काली छाया उजड़ा चमन उजाले का, कौन बताए भेद हमें अब विष-अमृत के प्याले का। त्याग दिए गांडीव पार्थ ने गीता भूल चुके कृष्णा, मरूभूमि में भटक रहे हम