Nojoto: Largest Storytelling Platform

#विश्वहिंदीदिवस पड़ने लगती है पियूष की शिर पर धारा

#विश्वहिंदीदिवस पड़ने लगती है पियूष की शिर पर धारा।
हो जाता है रुचिर ज्योति मय लोचन-तारा।
बर बिनोद की लहर हृदय में है लहराती।
कुछ बिजली सी दौड़ सब नसों में है जाती।
आते ही मुख पर अति सुखद जिसका पावन नामही।
इक्कीस कोटि-जन-पूजिता हिन्दी भाषा है वही।

-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’  #विश्वहिन्दीदिवस
#विश्वहिंदीदिवस पड़ने लगती है पियूष की शिर पर धारा।
हो जाता है रुचिर ज्योति मय लोचन-तारा।
बर बिनोद की लहर हृदय में है लहराती।
कुछ बिजली सी दौड़ सब नसों में है जाती।
आते ही मुख पर अति सुखद जिसका पावन नामही।
इक्कीस कोटि-जन-पूजिता हिन्दी भाषा है वही।

-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’  #विश्वहिन्दीदिवस