ऐ ज़ालिम खोल दे पंख मेरे, अभी मेरी उड़ान बांकी है, मंजिल की चांह में, मेरी चंद सांसें बांकी हैं.. ©Sarvesh Kumar kashyap #pankh #parinda #jalim #Nari #udan #meri_adhuri_kitab #Skk_galibpilibhiti #Suicide