मेरे सपनों का नगर अतीत जैसा होगा दशहरा में, दिग्गजों का मंच सजेगा गंगा किनारे, निर्मल जल मिलेगा गोल घर से, हरा-भरा पर्यावरण दिखेगा ब्रिटिश लाइब्रेरी में, भीड़ दिखेगा गांधी मैदान, फिर से सम्पूर्ण क्रांति का गवाह बनेगा ((कविता लम्बी है, कृपया अनुशीर्षक में पढ़ें)) आलीशान बिस्कोमान जैसा प्रतीक बनेगा बेली रोड, बेली के पेड़ों से सजेगा मोना सिनेमा, अपने दखल में सीना ताने दिखेगा पटना सिटी, गुरु गोविंद सिंह जपेगा