मेरे लिए निखरती वो मुझसे अलग नहीं वो हरगिज़ मुझ में ही रहती वो मेरी खुशी से खुश हो जाती मेरे दुख में सिसकती वो मुझे मुस्कुराता देख खिल उठती मेरी चुप्पी से सिहर उठती वो मेरे सुख दुख की वो संगी मेरे जीने की वज़ह है वो ♥️ Challenge-919 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।