गतांक से आगे कृपया अवलोकन अवश्य करें 🙏🙏🙏 ©Naresh Chandra केदारनाथ में लगभग पच्चीस हजार श्रद्धालु मर गये थे* तीन दिन चली इस भीषण तबाही में कांग्रेस की सरकार ने केदारनाथ में फंसे श्रद्धालु भक्तों की कोई मदद नही की चौथे दिन जब इस भयंकर तबाही की खबर अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बन गई तब निर्लज्जता से कांग्रेस ने सहायता भेजने का एलान किया ध्यान रहे सिर्फ एलान किया था 18 जून को सोनिया गांधी अमेरिका अपना किसी गुप्त बिमारी का इलाज कराने गई हुई थी और राहुल गांधी बैंकॉक में थे मनमोहन सिंह कोई निर्णय नही ले सकते थे सो उन्हें सूचना भेजी गई तब दोनों मां बेटे 21 जून को भारत पहुंचे। कांग्रेस ने बहुत तामझाम करके आपदा में फंसे लोगों की सहायता के लिये बिस्किट के पैकेट और पानी की बोतलों के आठ ट्रक रवाना किये। जिन पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बड़े बड़े पोस्टर लगाकर मां बेटे ने उन्हें झंडी दिखाकर रवाना किया फोटो भी खिंचवाए गये जो अखबारों की सुर्खियां बने थे। उन ट्रकों को न किराया दिया गया न डीजल दिया गया था।आठ दिन भटककर उन ड्राइवरों ने वो बिस्किट बेचकर अपना किराया वसूल किया और निकल लिये आगे और भी है...