कभी-कभी शायद वो चीजें कर लेनी चाहिए जो आपको कितनी ही तकलीफ देती हों,,, पर सब सवांर लेती हों चुटकी में,,,,
चलो चाय पे आते हैं,,,
महबूब को ज़रा अपने हाथों से पिलाते हैं,,,
ये चाय की पहली चुस्की है, माफ करना मेरी हर वो जो गलती जो मैं बचपने में कर लेती हूँ, तुम थप्पड़ भी मार सकते हो,, मैंने जानबूझ जब भी तुम्हारा दिल दुखाया हो,,