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वो बरसात का दिन था मैं रोता हुआ घर आया था, मुझे

वो बरसात का दिन था  मैं रोता हुआ घर आया था,  मुझे याद है उस दिन उसने  पटियाला पेग मुझे पिलाकर
बहुत ही बुरी तरह धोया था #हास्य #कविता #हिंदी #रात
वो बरसात का दिन था  मैं रोता हुआ घर आया था,  मुझे याद है उस दिन उसने  पटियाला पेग मुझे पिलाकर
बहुत ही बुरी तरह धोया था #हास्य #कविता #हिंदी #रात