Written by Harshita Dawar ✍️✍️ कुछ खबर भी है तुमको क्या हाल है हमारा। कुछ खबर भी लेने की कोशिश की। कुछ खबर है क्या गुज़रे है तुम बिन। कुछ खबर है क्या से क्या होगया। कुछ खबर है अब घर घर नहीं रहा। कुछ खबर है तुम तुम ना रहे । कुछ खबर है हूं हम ना रहे। कुछ खबर है अब तुम्हारी बेटी बड़ी हो गई। कुछ खबर है बहुत आगे निकल गई है। कुछ खबर है वो तुम्हे भूल गई है। कुछ खबर जीने का मकसद बदल गया है। कुछ खबर है नया दौर शुरू हो गया है। कुछ खबर है मेरा सहर बदल गया है। मेरे जीने का मकसद बदल गया है मेरी बेटी मेरी ज़िन्दगी का मकसद बान गई है।। अक्सर हम खोए रहते हैं अपनी ही दुनिया में। सामने होने के बावजूद सच को देख नहीं पाते। #ख़बरभीहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi#Yqbaba##Jazzbaat# Written by Harshita Dawar ✍️✍️