तुम रंग-ए-इश्क़ मुझपे चढने नहीं देते मुझको मेरी हदों से गुजरने नहीं देते जीने भी नहीं देते हो ये क्या मजाक है बतलाओ कि तुम क्यों मुझे मरने नहीं देते जब से मिले हो ग़म ही दिए जा रहे तुम क्यों खुशियाँ जिंदगी में भरने नहीं देते तुम ऐसे सितमगर हो कि ख्वाबों के महल को बनने नहीं देते हो संवरने नहीं देते कहना है तुमसे प्यार है बेहद कमाल पर तुम हो कि हमको बात ही करने नहीं देते #yqdidi #yqbhaijaan#rang-e-isqe#Happy holi