Nojoto: Largest Storytelling Platform

खट्टी मीठी यादें तुम्हे देकर जा रहा हूँ बहुत कुछ

खट्टी मीठी यादें तुम्हे देकर जा रहा हूँ 
बहुत कुछ नया सिखा कर जा रहा हूँ
झूठे दिखावे में ही न रहो दोस्तों तुम
बात एेसी ही कुछ बताकर जा रहा हूँ
महत्वाकांक्षाओं को अपनी सीमीत रखो 
संयमी जीवन जीना सिखकर जा रहा हूँ
प्रकृति से खिलवाड़ का अंजाम क्या होगा?
सभी को यही दिखाकर जा रहा हूँ
बहुत विचरण करते रहे जग में बेकार
स्वच्छंदता पर अंकुश लगाकर जा रहा हूँ
न भूलो अपनी प्यारी सरजमीं को तुम
महत्त्व माटी का बताकर जा रहा हूँ
भौतिकता के न‌ तुम इतने आदी बनो
गांवो का जीवन याद दिलाकर जा रहा हूँ
रोटी कपड़ा और मकान ही है मूल जरूरते
सबको इतना ही बता कर जा रहा हूँ
प्रकृति पंछी पवन को कुछ मिली राहते
वातावरण प्रदुषण को मिटाकर जा रहा हूँ
कोई छोटा होता है न बड़ा जग में
कुंठा ये दिल से मिटाकर जा रहा हूँ
कुछ अपनो से तुम्हें मिलने से रोका है मैंनें
महत्त्व दूरियों का भी बताकर जा रहा हूँ
मुझे दोष न देना इन सबके लिऐ तुम 
परिवर्तन प्रकृति के नियम है समझाकर जा रहा हूँ
जान है तो जहान है, बाकी सब मेहमान है
जिन्दगी का मूल्य समझा कर जा रहा हूँ
कभी भुला नहीं सकते हो जिसे तुम शायद
किस्सा मैं वही यादग़ार सा बनाकर जा रहा हूँ

©pragati tiwari खट्टी मीठी यादें तुम्हे देकर जा रहा हूँ 
बहुत कुछ नया सिखा कर जा रहा हूँ
झूठे दिखावे में ही न रहो दोस्तों तुम
बात एेसी ही कुछ बताकर जा रहा हूँ
महत्वाकांक्षाओं को अपनी सीमीत रखो 
संयमी जीवन जीना सिखकर जा रहा हूँ
प्रकृति से खिलवाड़ का अंजाम क्या होगा?
सभी को यही दिखाकर जा रहा हूँ
खट्टी मीठी यादें तुम्हे देकर जा रहा हूँ 
बहुत कुछ नया सिखा कर जा रहा हूँ
झूठे दिखावे में ही न रहो दोस्तों तुम
बात एेसी ही कुछ बताकर जा रहा हूँ
महत्वाकांक्षाओं को अपनी सीमीत रखो 
संयमी जीवन जीना सिखकर जा रहा हूँ
प्रकृति से खिलवाड़ का अंजाम क्या होगा?
सभी को यही दिखाकर जा रहा हूँ
बहुत विचरण करते रहे जग में बेकार
स्वच्छंदता पर अंकुश लगाकर जा रहा हूँ
न भूलो अपनी प्यारी सरजमीं को तुम
महत्त्व माटी का बताकर जा रहा हूँ
भौतिकता के न‌ तुम इतने आदी बनो
गांवो का जीवन याद दिलाकर जा रहा हूँ
रोटी कपड़ा और मकान ही है मूल जरूरते
सबको इतना ही बता कर जा रहा हूँ
प्रकृति पंछी पवन को कुछ मिली राहते
वातावरण प्रदुषण को मिटाकर जा रहा हूँ
कोई छोटा होता है न बड़ा जग में
कुंठा ये दिल से मिटाकर जा रहा हूँ
कुछ अपनो से तुम्हें मिलने से रोका है मैंनें
महत्त्व दूरियों का भी बताकर जा रहा हूँ
मुझे दोष न देना इन सबके लिऐ तुम 
परिवर्तन प्रकृति के नियम है समझाकर जा रहा हूँ
जान है तो जहान है, बाकी सब मेहमान है
जिन्दगी का मूल्य समझा कर जा रहा हूँ
कभी भुला नहीं सकते हो जिसे तुम शायद
किस्सा मैं वही यादग़ार सा बनाकर जा रहा हूँ

©pragati tiwari खट्टी मीठी यादें तुम्हे देकर जा रहा हूँ 
बहुत कुछ नया सिखा कर जा रहा हूँ
झूठे दिखावे में ही न रहो दोस्तों तुम
बात एेसी ही कुछ बताकर जा रहा हूँ
महत्वाकांक्षाओं को अपनी सीमीत रखो 
संयमी जीवन जीना सिखकर जा रहा हूँ
प्रकृति से खिलवाड़ का अंजाम क्या होगा?
सभी को यही दिखाकर जा रहा हूँ

खट्टी मीठी यादें तुम्हे देकर जा रहा हूँ बहुत कुछ नया सिखा कर जा रहा हूँ झूठे दिखावे में ही न रहो दोस्तों तुम बात एेसी ही कुछ बताकर जा रहा हूँ महत्वाकांक्षाओं को अपनी सीमीत रखो संयमी जीवन जीना सिखकर जा रहा हूँ प्रकृति से खिलवाड़ का अंजाम क्या होगा? सभी को यही दिखाकर जा रहा हूँ #bye2020