मैं तेरे हर इक गम से निकाह कर लूंगा। तेरी याद में ख़ुद को तबाह कर लूंगा।। तू लौट आई शाम तलक तो ठीक है। वरना ख़ुद को जलाकर सुबाह कर लूंगा। मैं तेरे हर इक गम से निकाह कर लूंगा। तेरी याद में ख़ुद को तबाह कर लूंगा।। तू लौट आई शाम तलक तो ठीक है, वरना ख़ुद को जलाकर सुबाह कर लूंगा। Do comment 🤞 Follow @shyamal_ke_shabd