||राष्ट्रपिता|| शस्त्र है आपके हाथों में सत्यप्रेमी देश के सपुत हो शुद्ध हो शुभ्र वस्त्र में बुद्ध सम शांति के साधक हो पवित्र सह निर्भाक प्रेम में बैरी को भी मित्र बनायें हो भोले भाले आपके ह्रदय में स्वंतत्रता का झंडा लहरायें हो चलो गाँव के तरफ युवायों ये जग को मार्ग दिखाये हो अंहिसा भी हिंसा पर विजय प्राप्त करेगी पिढी को समझाये हो राष्ट्रपिता हो आप भारत के इतिहास हिंदुस्थान का बनायें हो ©VAniya writer * ||राष्ट्रपिता|| शस्त्र है आपके हाथों में सत्यप्रेमी देश के सपुत हो शुद्ध हो शुभ्र वस्त्र में बुद्ध सम शांति के साधक हो