स्वीकार के ये ज़िन्दगी, हल-पल सफल नही चुनौतियां भड़ी पडी, हर-कदम सरल नही उल्हास की पहचान करना यूं तरल नही मिलेंगे तुफान भी मंजिलो की तलाश में खुद का वाजूद ढूँड इस बड़े संसार में परछाई किसी का बनने में कोई गुमाँ नही Challenge-62 #collabwithकोराकाग़ज़ आप अपनी परछाई से क्या बातें करते हैं 6 पंक्तियों में लिखिए :) #परछाई #कोराकाग़ज़ #EnlightenAQUA YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #जबभीमिलना #FeltHopeLess #कमभीहोतो Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️