पानी जो छू लो सनम शराब हो जाए मुद्दत से जगी जो पूरी सराब हो जाए। ख़ुदा करे कि आपके पहलू में गुज़रे हर रात मेरी, दुआ करो फ़क़त मेरा मुक़म्मल ख़्वाब हो जाए। काश! मेरा ये दिलनशीं दिलकश शबाब हो जाए, पुर- कशिश हर रात हो, जो तू माहताब हो जाए। ♥️ Challenge-556 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।