कभी सख़्त है,कभी नरम सी है ये ज़िंदगी मेरे सनम सी है कभी बोलती,कभी ख़ामोश सी ये जिंदगी एक वहम सी है कभी धूप में जलती रेत सी ये जिंदगी बहुत बेरहम सी है कभी अंधेरी राहों में उम्मीद सी यें जिंदगी ख़ुदा के रहम सी है कभी दूसरों को पैरों तले रौंदती ये जिंदगी एक झूठे अहम सी है कभी किसी की यादों में खोई सी ये जिंदगी एक गहरे जख़्म सी है... © abhishek trehan #सख़्त #नरम #ज़िदंगी #सनम #manawoawaratha #yqaestheticthoughts #yqrestzone #yqdidi