सुन रहा है न गीत हमारे? जल को तरसे हैं किसान जन जानवर प्यासे फिरें हैं मारे ओ बदरा प्यारे नहरें नदियाँ हुईं हैं सकरी धरती में है पड़ी दरारें अब तो जल धारा बरसा रे ओ बदरा प्यारे अँखियाँ तरस गईं बूँदन को कब जागेंगे भाग हमारे ओ बदरा प्यारे। बादल के नाम एक कविता लिखें। #ओबदरा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi