रात हो गई, तन्हाई जाग गई, तन्हा बिस्तर पे तन्हा तुम और तन्हाई उस तन्हा चादर को ओढ़ लो, आंखे मूंद के अपना सिर तकिये पे झोक दो, तन्हा सी बस्ती, तन्हा ये राहे, आज शोर भी बोहोत मचा रही है तन्हाई उठाई जब मैंने, तन्हा सी कागज़, तन्हा क़लम, और तन्हा सिहाई, तन्हा कागज़ पे सिर्फ एक ही, तन्हा सा लफ्ज़ लिखा गया, और वो थी तन्हाई। tanhai #tanhai #tanha #poems #shayri #kavita #lonliness #love #hugs #couple #stress #disappointment