तक़दीर के भरोसे, किश्मत नही संवरती.! कर्मों के ही सहारे, किश्मत संवारते है.! जीसने किया भरोसा, तक़दीर पर है ज्यादा.! हाथों की चंद #लकीरें, उसको न काम आई.! कर्मो पर कर यक़ीन, किश्मत संवर जाएगी.! मुश्किल भी हो रास्ता, मन्ज़िल तो मिल जाएगी.! #अजय57 #लक़ीर