पल पल दिल के पास, बसे हो मेरी हर श्वास, दिलो-ओ-जां तक करोगे समर्पण इतना हैं हमें आत्मविश्वास, दिल के तार जुड़े हैं प्रिय,हैं आश्वास हृदय में बसी हो इस कदर, बिना तेरे जैसे हैं छिन्नश्वास, ♥️ Challenge-517 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।