जी लो ख़ूबसूरत पलों को जो मिले हैं तुम्हें किसी क्षण छोड़ दो बेवज़ह की वज़ह त्याग दो अनचाहा अधूरापन तलाश लो कोई अपना-सा मन बतिया लो चहक कर उसके संग उड़ों तितलियों संग तितलियों से गुनगुना लो भँवरों के राग सब तुम बना काग़ज की बचपन की नौका तैरा लो उसे बारिश के पानी में तुम हँसों खिलखिला झूमकर बच्चों-सा बन जाओ फिर से वही नटखट-सा उड़ा लो अपनी रंग-बिरंगी चौड़ी पतंग आकाश में देख जिसे खुश होते थे तुम बैठ दोस्तों संग याद करो बचपना सब जी लो अपने बचपन को दोबारा तुम जी लो खूबसूरत क्षणों को फिर से तुम बना लो जिंदगी को आनन्द-गान तुम मत गँवाओं खूबसूरत पलों को व्यर्थ तुम जो मिले हैं इसी क्षण जी लो भरपूर तुम मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈🌈🌈 सुप्रभात। इन ख़ूबसूरत पलों को बिल्कुल भी मत गंवाइए। #ख़ूबसूरतपल #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi