ख्वाबों का दयार बढ़ाया है मैनें तुमको तभी तो यार पाया है मैनें इम्तिहान की घड़ियां खत्म हो गई मिलने का तभी तो मयार पाया है मैंने दिलों का हाल हमें पता नहीं था अपनों से तभी तो हार पाया है मैनें अपनी गलती का एहसास हमें है माफ़ी पर तभी तो दीनार पाया है मैनें मिट जाएं दिलों से ख्याल उनका आंखों से तभी तो दीदार पाया है मैंने अपनी आंखों पर भरोसा नहीं होता आरिफ ऐसा तभी तो किरदार पाया है मैनें ख्वाबों का दयार बढ़ाया है मैनें तुमको तभी तो यार पाया है मैनें इम्तिहान की घड़ियां खत्म हो गई मिलने का तभी तो मयार पाया है मैंने दिलों का हाल हमें पता नहीं था अपनों से तभी तो हार पाया है मैनें