टूटा दिल Day 04 तुझे बेपनाह चाहने का ये इनाम है मेरा टूटा दिल, दिल में बैठा तुझे खुद से गुमनाम है मेरा टूटा दिल, तेरे वादों, बातों और यादों को मैं भूलूँ भी तो कैसे, उसी की वजह से आज ये सरेआम है मेरा टूटा दिल।। मेरा होकर भी पूरी तरह तुझसे शुमार है मेरा टूटा दिल, तेरे लिए मैं कुछ नहीं सही, मुझपर तेरा ख़ुमार है मेरा टूटा दिल, तेरे दिए हर ग़म, अश्क़ और तकलीफों के हम हैं क़ायल, हरपल तेरी इस चाहत का गुमान है मेरा टूटा दिल।। #december #nojotonews #love