Tum se ek shikayat hai दिल ने मुझ से कहा! ना किया कर दर्दे दिल को शायरी में बयां, लोग और टूट जाते हैं हर लफ्ज़ को अपनी दास्ताँ समझ कर दिल ने मुझ से कहा,,,